हम सभी को रोटी पसंद होता है या तो चावल | हमको हमारी थाली में रोटी और चावल दोनों पसंद होते है | अगर गरम रोटी सीधे तवे पर से मिल जाये तो क्या कहेने | उत्तर भारत में लोक पहले सब्जी के साथ रोटी खाते हैं और फिर दाल-चावल जबकि दक्षिण में कुछ इलाकों में पहले चावल खाया जाता है और उसके बाद रोटी।

लेकिन दोनों में' पहले क्या खाएं जिसको सही मन गया हो ? इसका जवाब इस तथ्य में छुपा है -

रोटी गेहूं से तैयार आटे से बनाई जाती है और चावल के दानों को रिफाइन कर चावल तैयार किए जाते हैं. जोकि हल्के होते हैं. इस बात पर अक्सर बहस होती है कि सेहत के नजरिए से चावल और रोटी दोनों में से कौन सा बेहतर विकल्प है. तो चलिए जानते हैं -

एक कप सफेद चावल में लगभग 35 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है. चावल का एक कप लगभग 165 कैलोरी और 3-4 ग्राम प्रोटीन देता है | वही रोटी 71 ग्राम कैलोरी, 3 ग्राम प्रोटीन 0.4 ग्राम फैट और 15 ग्राम कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होती है।

जो लोग उत्तर भारत के मैदानी इलाकों (दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि) में है तो पहले रोटी खाना उचित है। यहाँ पहले रोटी खाना उचित मन गया है | खाने में यहाँ आपको आलू कुल्चा, पंजाबी छोले,  सलाद, चटनी, पापड, फकौडे, पनीर टिक्का, बटर चिकन, तंदूरी चिकन, आलू पराठा, दाल मखनी, कढ़ी चवल, राजमा चवाल, मक्के दी रोटी, सरसो दा सागारी कोई बात नहीं अगर आपके सिस्टम में सभी जगह हो, एक गिलास मीठा लस्सी सब मिल जाएगा।


जो लोग  दक्षिण भारत में है तो पहले चावल खाना सही है और यदि आप उत्तर भारत के मैदानी इलाकों (राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश आदि) में है तो पहले रोटी खाना उचित है। दरअसल मनुष्य के शरीर की आवश्यकताएं उसके आसपास मौजूद पर्यावरण पर भी निर्भर करती है।

यदि आप शरीर का जयादा इस्तेमाल करते हैं शारीरिक श्रम करते हैं तो रोटी अधिक और चावल कम खाना चाहिए। यदि आप शारीरिक श्रम नहीं करते तो रोटी की मात्रा घटा देनी चाहिए और चावल उसके बराबर।
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